गाय को गाय ही रहने दो उसे बीफ न बनाओ, किसी की आस्था रूपी माँ को, थाली में सजाकर नफरत की आंधी न फैलाओ | माना की तुम वोट बैंक के लिए कुछ ...
गाय को गाय ही रहने दो उसे बीफ न बनाओ, किसी की आस्था रूपी माँ को, थाली में सजाकर नफरत की आंधी न फैलाओ | माना की तुम वोट बैंक के लिए कुछ ...
शिव की जटा से निकली,भागीरथी के प्रयासों से इस धरती पर आई, तुम मनुष्यों के पाप धोकर पतितपावनी कहलाई मैं अभागी गंगा बोल रही हूँ | ढूंढ़ती ...
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