वो जवानों का सीना गोलियों से छलनी करेंगे और तुम कसाब को बिरयानी खिलाओ | वो हथियारों का जखीरा भेजेंगे, तुम उन्हें सबूत सौंपते जाओ | वो...
वो जवानों का सीना गोलियों से छलनी करेंगे और तुम कसाब को बिरयानी खिलाओ | वो हथियारों का जखीरा भेजेंगे, तुम उन्हें सबूत सौंपते जाओ | वो...
बड़े शांत और सहज भाव से वो रोज मुझे कार्यालय के लिए विदा करती और बड़ी शिद्दत से मेरे आने का करती वो इंतजार | मेरी गैर मौजूदगी में मेरे घर क...
क्यों तुमने लौटाने शुरू किए तब पुरस्कार जब तुम्हारी स्याही को नहीं मिलने लगा सत्ता का आधार | लेखकों पर तो हमले हुए हैं अनेकों बार पर अच...
कल लाल किले की प्राचीर से वादों की लंबी फेहरिस्त होगी, आतंकी खतरों से पुलिस हलकान होगी और नेताओं की सुरक्षा का भारी तामझाम होगा | आम आ...
वक्त बेवक्त तुम्हारे चेहरे पर पड़ी मोतियों सी पसीने की बूंदें जला रही थी मुझे, वो मेरी मौजूदगी में भी तुम्हारा स्पर्श करता बार-बार तुम्हा...
तुम टेनिसन की सरिता और मैं ब्रह्मपुत्र का उफान, अरे पगली क्यूँ ले रही हो तुम मेरी मोहब्बत का इतना इम्तहान | मुझे नहीं पता कि क्या पैमा...
वो तुम्हारा विदेश की हसीन वादियों में छुट्टियां बिताना तुम्हारे छोटे से घर का बिजली बिल लाखों में आना फर्जी डिग्री वाले मंत्रियों के सहार...
शिव की जटा से निकली,भागीरथी के प्रयासों से इस धरती पर आई, तुम मनुष्यों के पाप धोकर पतितपावनी कहलाई मैं अभागी गंगा बोल रही हूँ | ढूंढ़ती ...
सोचता हूँ कभी-कभी, की क्या बदला है मेरी ज़िंदगी में तुम्हारी दस्तक से | कोशिश करता हूँ मूल्यांकन करूँ, पर संबंधों का गणित मानसिक रूप से...
आप के अरविंद आएँगे पार्टी में लोकतंत्र बढ़ाएंगे, जनता से फैसले करवाएंगे भाजपा,कांग्रेस की राह पर नहीं जाएंगे दिल्ली को आइडियल बनाएँगे, ...
आम-आदमी के सपनों और हकीकतों से शुरू हुआ ये साल, फिर केजरी भैया ने अपने धरना-प्रदर्शनों से किया सबका जीना मुहाल | ठिठुरती ठंड में दिल...
कभी मारुती 800 हमारी मुस्कान हुआ करती थी अब तो ऑडी में भी लोग परेशान से दिखते हैं, जमाना क्यों इतना बदल गया कि जाने पहचाने चेहरे भी अ...
ये कहाँ आ गए हम यूँ ही दूर-दूर चलते स्कूल के बस्ते में किताबों का बोझ बढ़ गया जिसे 98 % से काम मार्क्स...
एक वो दिन आएगा जब भगवान को लड्डू की जगह Dairy Milk चढ़ाया जाएगा Sunny Leone और राखी सावंत को भारत रत्न से नवाज...
बचपन और जवानी बचपन में उम्र की सीढियां चढ़कर जब जवानी की दहलीज पर पहुंचा तो देखा कामयाबी दुनियादारी,रिश्तों का मायाजाल जिंदगी ...
आतंकवाद और हम आज पुनः आतंकवाद नें हमपर विजय पाई है किसी की मांग उजड़ी है तो कहीं सुनी कलाई है कहीं शोणित की गंगा तो कहीं सिसकियों ...
मैं हिंदी हूँ हर रोज मैं देखता उसे, वो सकुचाई सहमी सी पड़ी रहती, वो सबको देखती, पर उसे शायद ही कोई देखता, पर हाँ वर्ष में एक दिन, ...
जीवन, मृत्यु अपनी शैया पर लेटे स्याह अँधेरे में आसमान की तरफ देखता असंख्य तारों का मैं ले रहा था साक्षात्कार ज्ञान की चासनी में ल...
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