मास्क लगे चेहरे हैं, दर्द बड़े गहरे हैं टूटता तिलिस्म आज इंसान से भय खाता हूं छोटी मोटी जरूरतों को नजरअंदाज कर जाता हूं, लगी कुछ ऐसी नज़र सह...
मास्क लगे चेहरे हैं, दर्द बड़े गहरे हैं टूटता तिलिस्म आज इंसान से भय खाता हूं छोटी मोटी जरूरतों को नजरअंदाज कर जाता हूं, लगी कुछ ऐसी नज़र सह...
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