वो जवानों का सीना गोलियों से छलनी करेंगे
और तुम कसाब को बिरयानी खिलाओ |
वो हथियारों का जखीरा भेजेंगे,
तुम उन्हें सबूत सौंपते जाओ |
वो आतंकियों की शहादत पर गर्व करेंगे
और तुम अपने जवानों को शहीद का दर्जा देकर खुश हो जाओ |
वो दिल्ली का दिल दहलाएंगे
और तुम इस्लामाबाद को दोस्ती का पैगाम भिजवाओ |
वो चीन से अपनी पींगें बढ़ाएंगे
और तुम अमेरिका के सामने मातम मनाओ |
वो नफरत की आग जलाएंगे
और तुम उसपर शांति का मुलम्मा चढ़ाओ |
वो तुम्हें कारगिल का जख्म दें
और तुम उन्हें लाहौर का मरहम लगाओ |
वो तुम्हारी बहन,माओं को विधवा करेंगे
और तुम राहत के संगीत के लिए शोर मचाओ |
वो हैवानियत का नंगा नाच दिखाएं
और तुम उन्हें इंसानियत का पाठ पढ़ाओ |
मैं ये नहीं कहता कि मिटा दो उसे दुनिया के नक़्शे कदम से
पर इस अदने पाकिस्तान को उसकी औकात तो बताओ