कल दोपहर किसी काम के सिलसिले में हम एक सांसद (लोकसभा ) महोदय की अर्धांगनी से मिलने गए थे | (नाम को गुप्त रहने देते हैं ) मुलाकात Social Media और अन्य औपचारिक बातों से शुरू हुई | बातों-बातों में मोहतरमा अपने पति के स्वदेशी प्रेम और पाश्चात्य सभ्यता के प्रति उनकी चिढ़ का बखान करने लगीं | वो कोक के बजाय रसना या रूह अफजा पीते हैं | पश्चिमी सभ्यता और उसके प्रतीकों जैसे डिस्को वगैरह उन्हें एकदम पसंद नहीं है | फिर हमने उन्हें बीच में ही टोका,तो फिर आप क्या पार्टियों,Disco वगैरह में अकेले जाती हैं (क्योंकि मोहतरमा को इन चीजों से बड़ा लगाव है ) हाँ अमूमन पार्टी अगर राजनीतिक न हो तो मैं अकेले ही जाती हूँ,अच्छा ह्म्म्म्म्म्म | अब मोहतरमा पूरे रौ में स्वदेशी को अपने पति की ओर से जागृत और महिमामंडित कर रहीं थीं | खैर उनकी स्वदेशी बातों के बीच हम जिस डील के लिए गए थे वो पूरी हो चुकी थी | बातों का कारवां अभी चल ही रहा था कि सांसद महोदय अपने फोन पर किसी से बतियाते हुए पहुंचे | अपनी वार्तालाप ख़त्म कर वो भी हमारे बीच आए और उन्होंने अपना फोन टेबल पर रखा,मैंने सोचा स्वदेशी बाबू का फोन जरूर Micromax या किसी और देशी कंपनी का होगा | पर न जी वो तो Apple का latest version था | सांसद महोदय के हाथ में शायद Omega या Rado की कोई बहुत महंगी घड़ी उनके स्वदेशी प्रेम को उजागर कर रही थी | इस बीच उनके बच्चे स्कूल से आए मैंने देखा दोनों बच्चे BMW से उतरे थे क्योंकि ड्राइंग रूम में शीशा लगा था और वो शीशा Transparent था | करीब डेढ़ दो घंटे की मीटिंग के बाद जब हम बाहर निकले तो देखा बंगले के अंदर Porsche,Mercedes,BMW,Pajero (जाहिर है ये सारी गाड़ियां न तो हमें दिखाने को लाई गई होंगी और न किराए की होंगी ) एक कतार में खड़ी स्वदेशी स्वदेशी चिल्ला रही थीं | बंगले से बाहर निकलकर हमने ड्राइवर को फोन किया उसने कहा सर पांच मिनट में आता हूँ | हम ड्राइवर की प्रतीक्षा कर रहे थे तब तक स्वदेशी प्रेमी सांसद महोदय अपनी Porsche गाड़ी में पीछे की सीट पर एप्पल आई फोन पर बतियाते और उस महंगी स्वदेशी घड़ी में समय देखते हुए बाहर निकले | हम स्वदेशी के मोहपाश से अभी निकले भी नहीं थे कि हमारा ड्राइवर टाटा इंडिका लेकर हाजिर हो गया | हम रास्ते भर इस स्वदेशी प्रेम के विचित्र अनुभव से गुदगुदाते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचे