वक्त बेवक्त तुम्हारे चेहरे पर पड़ी मोतियों सी पसीने की बूंदें जला रही थी मुझे, वो मेरी मौजूदगी में भी तुम्हारा स्पर्श करता बार-बार तुम्हा...
वक्त बेवक्त तुम्हारे चेहरे पर पड़ी मोतियों सी पसीने की बूंदें जला रही थी मुझे, वो मेरी मौजूदगी में भी तुम्हारा स्पर्श करता बार-बार तुम्हा...
गली,नुक्कड़,मेट्रो,मॉल,ऑफिस हर जगह बाहुबली का शोर मचा था | मैंने सोचा जब इतने लोग बाहुबली-बाहुबली चिल्ला रहे हैं तो जरूर इसमें कुछ बात होगी ...
तुम टेनिसन की सरिता और मैं ब्रह्मपुत्र का उफान, अरे पगली क्यूँ ले रही हो तुम मेरी मोहब्बत का इतना इम्तहान | मुझे नहीं पता कि क्या पैमा...
वो तुम्हारा विदेश की हसीन वादियों में छुट्टियां बिताना तुम्हारे छोटे से घर का बिजली बिल लाखों में आना फर्जी डिग्री वाले मंत्रियों के सहार...
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