आतंकवाद और हम आज पुनः आतंकवाद नें हमपर विजय पाई है किसी की मांग उजड़ी है तो कहीं सुनी कलाई है कहीं शोणित की गंगा तो कहीं सिसकियों ...
आतंकवाद और हम आज पुनः आतंकवाद नें हमपर विजय पाई है किसी की मांग उजड़ी है तो कहीं सुनी कलाई है कहीं शोणित की गंगा तो कहीं सिसकियों ...
मैं हिंदी हूँ हर रोज मैं देखता उसे, वो सकुचाई सहमी सी पड़ी रहती, वो सबको देखती, पर उसे शायद ही कोई देखता, पर हाँ वर्ष में एक दिन, ...
मर्यादा पुरषोत्तम राम मित्रों आपमें से बहुतों ने,अमूमन विवाह सम्बंधित विज्ञापनों में लिखा देखा होगा राम मिलाए जोड़ी,मैंने भी देखा था,...
जीवन, मृत्यु अपनी शैया पर लेटे स्याह अँधेरे में आसमान की तरफ देखता असंख्य तारों का मैं ले रहा था साक्षात्कार ज्ञान की चासनी में ल...
छाता और आम आदमी सुबह जब आँख खुली तो देखा इन्द्र देवता अपने समस्त अवयवों के साथ मौजूद हैं| , वैसे कल की गर्मी से यह एहसास हो चूका था ...
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