Tuesday 29 October 2013

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आतंकवाद और हम  आज पुनः आतंकवाद नें हमपर विजय पाई है किसी की मांग उजड़ी  है तो कहीं सुनी कलाई है कहीं शोणित की गंगा तो कहीं सिसकियों ...

Thursday 24 October 2013

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मैं हिंदी हूँ  हर रोज मैं देखता उसे, वो सकुचाई सहमी सी पड़ी रहती, वो सबको देखती, पर उसे शायद ही कोई देखता, पर हाँ वर्ष में एक दिन, ...

Monday 21 October 2013

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मर्यादा पुरषोत्तम राम मित्रों आपमें से बहुतों ने,अमूमन विवाह सम्बंधित विज्ञापनों में लिखा  देखा होगा राम मिलाए जोड़ी,मैंने भी देखा था,...

Tuesday 15 October 2013

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 जीवन, मृत्यु  अपनी शैया पर लेटे स्याह अँधेरे में आसमान की तरफ देखता असंख्य तारों का मैं ले रहा था  साक्षात्कार ज्ञान की चासनी में ल...

Friday 11 October 2013

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छाता और आम आदमी  सुबह जब आँख खुली तो देखा इन्द्र देवता अपने समस्त अवयवों के साथ मौजूद हैं| , वैसे कल की गर्मी से यह एहसास हो चूका था ...